शक्ति और क्षमा कविता के मुख्य संदेश क्या है विस्तार में इसका उत्तर दीजिए?... Show चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने पूछा है शक्ति और क्षमा कविता के मुख्य संदेश क्या है विस्तार में इस वक्त तो मैं आपको टच शक्ति किसी चीज को प्रकट करने को शक्ति क्षमा हम नगर कोई कोई गलती कर दी है तो उस चीज की हमें क्षमा मांगते हैं धन्यवाद Romanized Version 1 जवाब Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 7 हिन्दी के कविता पाठ तेरह ‘ Shakti or Kshama ( शक्ति और क्षमा )’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे। 13 शक्ति
और क्षमा सरलार्थ-भीष्म युधिष्ठिर को समझाते हुए कहते हैं कि क्षमा, दया, तपस्या, त्याग, नैतिक साहस सबका तो तुमने सहारा लिया (सभी उपाय तो तुमने किये) लेकिन मनुष्यों में बाघ के समान हिंसक दुर्योधन कहाँ कभी तुम्हारे आगे झुका? शत्रु के सामने क्षमाशील बनकर तुम जितने ही नम्र हुए, दुष्ट कौरवों ने तुम्हें उतना ही डरपोक समझा। तीन दिवस तक पंथ माँगते सरलार्थ–उदाहरण देते हुए भीषण आगे कहते हैं कि राम लंका-विजय के लिए समद्र पर पुल बाँधना चाहते थे। समुद्र उनके कार्य में बाधा डाल रहा था। तीन दिनों तक राम समुद्र से प्रार्थना करते रहे। किन्तु समुद्र पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। यह हठी एकदम मौन रहा। ____ तब राम को धैर्य न रहा। उनका पुरुषार्थ जग उठा। उन्होंने धनुष पर वाण चढ़ाया। समुद्र को सुखा डालने के लिए वाणं से ज्वालाएँ निकलने लगीं। सच पूछो, तो शर में ही Read more- Click here Watch Video – Click here Ganga stuti class 7th Hindi Nachiketa in hindi class 7 Post Views: 328 Reader Interactionsशक्ति और क्षमा शीर्षक कविता से हमें क्या सीख मिलती है?इस कविता के माध्यम से हमें सीख मिलती है कि क्षमा, दया और विनम्रता के साथ हमें अपने पौरुष का उपयोग करना चाहिए । शक्तिहीन मनुष्य को क्षमा, दया, विनम्रता शोभा नहीं देती है। अर्थात् शक्तिमान व्यक्ति को ही क्षमा, दया और विनम्रता शोभता है।
शक्ति और क्षमा में क्या संबंध है?उत्तर: जिसके पास शक्ति एवं पराक्रम होता है, क्षमा उसे ही शोभा देती है।
शक्ति और क्षमा कविता में कौन किससे बात कर रहा है?उत्तर: इस कवितांश में कवि ने महाभारत की घटनाओं की ओर संकेत करते हुए यह शिक्षा दी है कि व्यक्ति को क्षमा, सहनशीलता, दया, त्याग आदि गुण अवश्य अपनाने चाहिए, परन्तु इनके साथ ही पराक्रम, शक्ति, पौरुष एवं शौर्य को भी अपनाना चाहिए। पराक्रमी अथवा चालबाज अन्यायी व्यक्ति के सामने क्षमा या दया की बात करना कायरता मानी जाती है।
क्षमा शोभती उस भुजंग को किसकी कविता है?क्षमा शोभती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो: रामधारी सिंह "दिनकर"
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