धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

मेष राशि के लोग आम तौर पर बहुत चतुर स्वभाव के होते हैं। इनकी खासियत यह है कि ये बहुत जोशीले और जिद्दी स्वभाव वाले तथा अपमान बर्दाश्त नहीं करने वाले होते हैं। किसी बात को तब तक नहीं स्वीकार करते हैं, जब तक इनका खुद का नुकसान नहीं हो रहा हो। अक्सर अपने गुप्त…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

वृष राशि के व्यक्ति स्वभाव से शांति पसंद होते हैं। ये अपने काम में काफी लगन वाले होते हैं। किसी काम में जुट जाते हैं तो उसे तब तक नहीं छोड़ते हैं, जब तक उसका समाधान नहीं मिल जाता है। वृष राशि के जातकों को ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी पुस्तकें पढ़ना, खेल-कूद, नृत्य, गायन, सत्संगति,…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

मिथुन राशि के लोग अस्थिर स्वभाव के लेकिन आकर्षक व्यक्तित्व एवं चरित्र के होते हैं। उन्हें हर दिन नए परिवर्तन, भ्रमण और विविधता प्रिय होती है। ये बेहद हाजिर जवाब और फ़ुर्तीले होते हैं। इन लोगों की जिज्ञासु प्रवृत्ति और चतुराई इनको सामाजिक समारोहों और किसी भी पार्टी में आकर्षण का केन्द्र बना देती हैं।…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

कर्क राशि के लोग बहुत भावुक होते हैं और दूसरों के जीवन से बहुत मतलब रखते हैं। इस राशि के लोगों को अपने जन्म स्थान से काफी लगाव होता है। चंद्रमा की वजह से इन्हें स्थान परिवर्तन करते रहना पड़ता है। स्वभाव में दृढ़ता होती है, साथ में दुर्बलता भी रहती है। इनकी मनःस्थिति परिवर्तनशील…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

इस राशि के लोगों का व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक होता है और ये खुद भी अपने व्यक्तित्व को अधिक आकर्षक बनाना चाहते हैं। सिंह राशि के लोगों को जीवन से प्रेम होता है। इनकी आवश्यकताएं सामान्य से कहीं अधिक होती है, साथ ही ये लोग अधिक खर्चीले भी होते हैं। इनके हाथों में पैसा बिलकुल…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

कन्या राशि वाले जातकों का स्वभाव कुछ-कुछ सरल और कुछ-कुछ कठोर होता है। ऐसे जातकों को प्रकृति से लगाव होता है, इसीलिए इन्हें बागवानी करना और खूबसूरत पौधों की देखभाल करना बेहद पसंद होता है। ये लोग अपने उतावलेपन और जल्दबाज़ी के कारण अकसर मुसीबत में फंस जाते हैं। इनके स्वभाव की सबसे बड़ी कमी…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

तुला राशि के लोग अन्य लोगों के समक्ष खुद को बहुत छोटा अनुभव करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कभी-कभी आलोचना का शिकार होना पड़ता है। इस राशि के जातक भावुक होते हैं और प्रायः उनकी भावुकता उन्हें धोखा दे जाती है। इस राशि के लोग न्याय, जनस्वतंत्रता, जनाधिकार और सौंदर्य से लगाव रखते हैं।…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

वृश्चिक राशि के जातकों का प्रेम संबंध एक अनोखे प्रकार का होता है। इनका पंचम स्थान मीन से संबंधित है। इसीलिए इस राशि के लोग अक्सर भ्रम के शिकार रहते हैं। वृश्चिक राशि वाले लोग प्रेम के भूखे होते हैं। उनकी शक्ति प्रेम ही होती है। ये प्रेम के बदले प्रेम की चाह रखते हैं।…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

धनु राशि के लोगों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है। ये खाने और शराब पीने के मामले में बहुत लापरवाह होते हैं, जिसकी वजह से इन्हें मोटापा और नशेड़ी होते है। इन्हें पारिवारिक संबंधों में बिलकुल भी दिलचस्पी नहीं होती है। यहां तक कि ये अपने खून के रिश्तों से भी दूर रहने की कोशिश…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

मकर राशि के जातकों की स्मृति शक्ति मजबूत होती है। इसके साथ ही इनके विचारों में गहराई भी देखने को मिलती है। आर्थिक मामलों में मकर राशि के जातक अधिक सावधानी से कार्य लेते हैं। सबसे ख़ास बात यह है मकर राशि के जातक एक साथ कई कार्यों को करने में सक्षम होते हैं। अर्थात…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

कुंभ राशि के जातकों का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। इस राशि के लोग काफी बुद्धिमान होते हैं। इनकी तार्किक शक्ति काफी अधिक होती है। ये बुद्धिमान लोगों से दोस्ती रखने में विश्वास रखते हैं। भेड़चाल चलना इनकी आदत नहीं होती है कुंभ राशि के जातकों को अपने काम में दखलअंदाज़ी बर्दाश्त नहीं होती है। सामाजिक…

धनु राशि के पुरुष कैसे होते हैं? - dhanu raashi ke purush kaise hote hain?

मीन राशि के जातक कलात्मक विचारों के होते हैं। मीन राशिफल के अनुसार, कला, संगीत, साहित्य लेखन जैसे विषय मीन राशि वालों के प्रिय विषय होते हैं। यदि शिक्षा क्षेत्र में जातक इन विषयों का चुनाव करते हैं तो जातक अधिक सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा इन्हें फोटोग्राफी, ज्योतिष, सामुद्रिक शास्त्र, अंकशास्त्र तथा लाइब्रेरी…

धनु (♐︎) (ग्रीक: Toxótēs, लैटिन: धनु) नौवां ज्योतिषीय संकेत है, जो नक्षत्र धनु से जुड़ा है और राशि चक्र के 240-270 डिग्री तक फैला हुआ है। उष्णकटिबंधीय राशि चक्र के तहत, सूर्य लगभग 22 नवंबर और 21 दिसंबर के बीच और 18 दिसंबर से 15 जनवरी तक नाक्षत्र राशि के तहत इस राशि को स्थानांतरित करता है। ग्रीक पौराणिक कथाओं ने धनु को सेंटोर चिरोन के साथ जोड़ा, जिन्होंने तीरंदाजी में ट्रोजन युद्ध के एक ग्रीक नायक अकिलीज़ का उल्लेख किया।

धनु, आधा मानव और आधा घोड़ा, पौराणिक कथाओं का केंद्र है, एक विद्वान मरहम लगाने वाला जिसकी उच्च बुद्धि पृथ्वी और स्वर्ग के बीच एक सेतु बनाती है। धनु को धनुर्धर के रूप में भी जाना जाता है, जिसे धनुष और तीर के प्रतीक द्वारा दर्शाया जाता है।

एक मध्ययुगीन धनु चर्च ऑफ नॉट्रे-डेम, सब्लिएरेस, फ्रांस में पाया गया

मेष और सिंह के साथ, धनु अग्नि त्रिकोण का एक हिस्सा है और साथ ही प्रजनन त्रिमूर्ति का अंतिम भी है। यह मिथुन और कन्या को भी तीसरे परिवर्तनशील संकेतों के रूप में अनुसरण करता है, जो ऐसे संकेत हैं जो परिवर्तनशील गुणवत्ता की विशेषता रखते हैं। जब धनु को एक धनुर्धर के रूप में चित्रित किया जाता है, तो उसे मानव के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, लेकिन जब एक सेंटौर के रूप में प्रतिनिधित्व किया जाता है, तो वह अमानवीय (पशुधन) होता है। हालांकि, ज्योतिषीय चिन्ह का मानव या पशु के रूप में वर्गीकरण व्याख्या के लिए व्यावहारिक परिणाम नहीं देता है।

एक धनुर्धर के रूप में, धनु को निशान मारने में कभी असफल नहीं होने के लिए कहा जाता है और यह चित्रण भविष्यवाणी की शक्ति को दर्शाता है, इसलिए, यह दावा है कि इस चिन्ह में द्रष्टा और भविष्यद्वक्ता पैदा हुए हैं।

यह ईरानी शहर, इस्फ़हान का हथियारों का कोट है।[5]

युवाओं के पथ प्रदर्शक स्‍वामी विवेकान्‍द धनु लग्‍न के जातक थे, तो आपके दिमाग में धनु लग्‍न अथवा धनु राशि से प्रभावित जातकों की छवि तुरंत बन जाएगी। धनु राशि का स्‍वामी गुरु है। इन जातकों की खासियत यह होती है कि ये विपरीत परिस्थिति में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। ये जातक बहुत अधिक सोचते हैं। इस कारण निर्णय करने में देरी भी करते हैं, लेकिन एक बार जिस निर्णय पर पहुंच जाए उससे डिगते नहीं हैं। सत्‍य के साथ रहते हैं और किसी के साथ अन्‍याय हो रहा हो तो उसके साथ जा खड़े होते हैं।

अच्‍छे चेहरे मोहरे, सुगठित शरीर, लम्‍बा चौड़ा ललाट, ऊंची और घनी भौंहों वाले आकर्षक व्‍यक्तित्‍व को देखकर ही समझा जा सकता है कि यह धनु लग्‍न या धनु राशि प्रधान व्‍यक्ति है। ये निडर, साहसी, महत्‍वाकांक्षी, अति लोभी और आक्रामक होते हैं। इन लोगों को जिंदगी में अनायास लाभ नहीं होता है। ये तेजी से मित्र बनाते हैं और लम्‍बे समय तक उसे निभाते भी हैं। अगर किसी व्‍यक्ति की धनु राशि या धनु लग्‍न की कन्‍या से विवाह हो तो उसे भाग्‍यशाली समझना चाहिए। क्‍योंकि ऐसी कन्‍या अपने पति को समझने वाली और सही परामर्श देने वाली होती है। शुभ रंग श्‍वेत, क्रीम, हरा, नारंगी और हल्‍का नीला बताया गया है। शुभ अंक छह, पांच, तीन और आठ हैं।

  • धनु जैसा कि 14वीं/15वीं शताब्दी के अरबी ज्योतिष पाठ्य पुस्तक वंडर्स में दर्शाया गया है

  • धनु - सेंटॉर, कुंडली से विवरण 'इस्कंदर के जन्म की पुस्तक' से"

  • 1512 जर्मन लकड़बग्घा से धनु

  • जोहान एलर्ट बोडे द्वारा यूरेनोग्राफिया में प्रकाशित धनु का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व। उष्णकटिबंधीय ज्योतिष में, नक्षत्र और ज्योतिषीय संकेतों के बीच कोई पत्राचार नहीं है

    धनु राशि का जीवनसाथी कौन है?

    वैवाहिक जीवन धनु राशि का जीवनसाथी इनसे थोड़ी सी कम उम्र का होता है। ये लोग अपने बीच प्रेम को बरकरार रखते हैं और इनका विवाह वृश्चिक, मीन, मिथुन तथा मेष राशि वालों के साथ होता है जो बहुत ही सफल होता है।

    धनु राशि के लोग प्यार में कैसे होते हैं?

    धनु राशि के जातक बहुत आसानी से प्रेम संबंध में पड़ जाते हैं। इनका खुशमिजाज स्वभाव और आकर्षक पर्सनैलिटी हर किसी को अपनी ओर खींच लेता है। धनु राशि के जातक अच्छे प्रेमी बनते हैं, प्यार में ये लोग सच्चे होते हैं। रोमांस के साथ-साथ फ्लर्ट करने से भी पीछे नहीं रहते इस राशि के जातक।

    धनु राशि की कमजोरी क्या है?

    धनु राशि वालों की सबसे बड़ी कमजोरी भविष्य के लक्ष्य को भूतकाल की स्मृतियों में परिवर्तित कर लेना है। उनकी सबसे बड़ी शक्ति अनुभव से सीखना है। धनु राशि वालों का व्यक्तित्व स्पष्ट, भावुकता, बेचैनी तथा बौद्धिक उत्सुकता से परिपूर्ण होता है।

    धनु राशि के गुण कितने होते हैं?

    भौतिक लक्षण : सुंदर, सुविकसित आकृति, बदामी आंखे, भूरे बाल, धनी और ऊॅची भौंहें, लंबा चेहरा लंबी नाक, सुन्दर आकृति, चाल, सीधी नहीं होती है। मोटे, होंठ, नाक, कान और दांत। अन्य गुण : स्वतंत्र, दयालु, ईमानदार, भरोसेमंद, ईश्वर भक्त।