विटामिन बी की कमी होने से कौन सा रोग होता है? - vitaamin bee kee kamee hone se kaun sa rog hota hai?

Vitamin B की कमी से होने वाले रोग आपके मस्तिष्क, हृदय, मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। यदि आप अपने आहार से पर्याप्त विटामिन B प्राप्त नहीं करते हैं या यदि आपका शरीर आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से पर्याप्त मात्रा में अब्सॉर्ब नहीं करता है, तो आपको विटामिन B की कमी के विकार (Vitamin B Deficiency) होने का खतरा है।

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यदि आप विटामिन B की कमी से जुड़े स्वास्थ्य खतरों को कम करना चाहते हैं, तो आप कई चीजें कर सकते हैं। शुरू करने के लिए, यह जांच लीजिये कि क्या आप में विटामिन B कमी है, एक विटामिन B कॉम्प्लेक्स प्रोफाइल का टेस्ट करवाए। यदि आप में इसकी कमी हैं, तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें। विटामिन B की कमी होने पर आप कई रोगों का शिकार हो सकते है।

विटामिन B की कमी से कौनसा रोग होता है ? Deficiency Of Vitamin B Can Cause? In Hindi

बेरीबेरी (Beriberi)

विटामिन B1 (Thiamine) की कमी से बेरीबेरी रोग हो जाता है। यह रोग दो प्रकार का होता है: गीला बेरीबेरी (जो हृदय प्रणाली को प्रभावित करता है) और शुष्क बेरीबेरी, जिसे Wernicke-Korsakoff Syndrome (जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है) के रूप में भी जाना जाता है।

पेलाग्रा (Pellagra)

यह एक रोग है जो विटामिन B3 (niacin) की कमी के कारण होता है। इसके कुछ सामान्य लक्षण: दस्त, जिल्द की सूजन (dermatitis), पागलपन, अनिद्रा, जीभ की सूजन, बाल झड़ना, दुर्बलता, गतिभंग (ataxia), अग्रेशन, भ्रम की स्थिति, डाइलेटेड कार्डियोम्योपैथी (dialated cardiomyopathy) है।

विटामिन B12 (Vitamin B12 deficiency)

विटामिन B12 (cobalamine) केवल एनिमल फूड्स (animal foods) में मौजूद होता है। नतीजतन, शाकाहारी लोगों को B12 की कमी का उच्च जोखिम होता है। यह B12 की कमी के लक्षण हैं: पैरों, हाथों और पैरों में झुनझुनी, रक्ताल्पता (anemia), अवसाद (depression), चलने में कठिनाई, जीभ की सूजन, संज्ञानात्मक परिवर्तन (cognitive changes), पीलिया, मतिभ्रम (hallucination), दुर्बलता, पागलपन, थकान आदि।

फोलेट की कमी (Folate deficiency)

फोलेट (विटामिन B9) प्रोटीन को मेटाबोलाइज करने के लिए अन्य B विटामिन के साथ काम करता है और रेड ब्लड सेल्स और DNA दोनों को सिंथेसाइस करता है। शरीर इस विटामिन को स्टोर नहीं करता है, इसलिए कुछ हफ्तों के लिए फोलेट की कमी वाले आहार का सेवन करने के बाद इसका स्तर कम हो सकता है। फोलेट की कमी के प्राथमिक लक्षणों में शामिल हैं: चिड़चिड़ापन, थकान, दस्त, सिरदर्द, जीभ का चिकनी या कोमल होना।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Vineeta Kumar

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विटामिन बी की कमी - Vitamin B Deficiency in Hindi

विटामिन बी की कमी होने से कौन सा रोग होता है? - vitaamin bee kee kamee hone se kaun sa rog hota hai?

विटामिन बी की कमी होने से कौन सा रोग होता है? - vitaamin bee kee kamee hone se kaun sa rog hota hai?

विटामिन बी की कमी क्या होती है?

विटामिन बी कॉम्पलैक्स शरीर के लगभग हर हिस्से के लिए जरूरी होता है। विटामिन बी मस्तिष्क के उचित कार्यों के साथ-साथ कान, तंत्रिका, बाल, आंख, लीवर और मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। शरीर के सामान्य रख-रखाव के लिए भी इन विटामिन की आवश्यकता पड़ती है।

वृद्ध लोगों के लिए विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा बहुत जरूरी होती है, क्योंकि उम्र होने के बाद ये पोषक तत्व ठीक से अवशोषित होना बंद कर देते हैं। कोशिकाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखने और आपको सक्रिय (ऊर्जायुक्त) रखने के लिए भी विटामिन बी की आवश्यकता पड़ती है। शरीर में ऊर्जा पैदा करने में भी विटामिन बी कारगर होते हैं और डिप्रेशन व चिंता को खत्म करने में भी यह काफी मददगार होते हैं।

विटामिन बी कॉम्प्लैक्स में निम्न शामिल हैं:

  • विटामिन बी1 (Thiamine)
  • विटामिन बी2 (Riboflavin)
  • विटामिन बी3 (Niacin)
  • विटामिन बी5 (Pantothenic acid)
  • विटामिन बी6 (Pyridoxine)
  • विटामिन बी7 (Biotin)
  • विटामिन बी9 (Folic Acid or Folate)
  • विटामिन बी12 (Cobalamins)

सभी प्रकार के विटामिन बी एक समान कार्य नहीं करते हैं। ​अधिक उम्र वाले लोग और गर्भवती महिलाएं आदि को कुछ प्रकार के विटामिन बी की अधिक आवश्यकता होती है। और अलग-अलग विटामिन बी विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों से प्राप्त किये जाते हैं। उदाहरण के लिए विटामिन बी12 को मुख्य रूप से मीट और डेयरी उत्पादों से प्राप्त किया जाता है। विटामिन बी7 और बी9 (और कुछ हद तक बी1 और बी2 भी) को फलों और सब्जियों से प्राप्त किया जाता है।

इनमें से किसी भी प्रकार के विटामिन की कमी होने को विटामिन बी की कमी कहा जाता है। विटामिन बी की कमी कई कारण से हो सकती है। कुछ प्रकार के रोग जैसे क्रोन रोग, सीलिएक रोग, एचआईवी और शराब का दुरुपयोग आदि की वजह से विटामिन बी के ठीक से अवशोषित नहीं हो पाते हैं। इन कारणों के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

विटामिन बी की कमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। आपके शरीर में जिस विटामिन बी की कमी हुई है उसी के अनुसार लक्षण दिखाई देते हैं। इनकी कमी की वजह से थकान, उलझन महसूस होना, प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होना और एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा विटामिन बी की कमी के कारण त्वचा पर चकत्ते भी होने लगते हैं। 

यदि आपको लगता है कि आपमें विटामिन बी की कमी हो सकती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर इस समस्या की जांच करने के लिए शारीरिक परीक्षण और साथ ही खून टेस्ट करवाने का सुझाव दे सकते हैं। यदि डॉक्टरों को यह लगता है कि आप पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं तो वे आपके लिए विटामिन बी के सप्लीमेंट्स भी लेने को कह सकते हैं।

(और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय)

विटामिन बी की कमी के लक्षण - Vitamin B deficiency Symptoms in Hindi

विटामिन बी की कमी के कारण व जोखिम - Vitamin B deficiency Causes and Risks in Hindi

विटामिन बी की कमी क्यों होती है?

विटामिन बी के अलग-अलग प्रकारों में कमी अलग-अलग कारणों से होती है।

विटामिन बी1 –

विटामिन बी1 में कमी निम्न कुछ कारकों के कारण होती है, जैसे

  • लीवर संबंधी विकार (और पढ़ें - लीवर रोग)
  • शराब की लत
  • किडनी डायलिसिस
  • बहुत ज्यादा डाइटिंग करना

विटामिन बी 2 –

विटामिन बी2 में कमी निम्न के परीणामस्वरूप होती है:

  • कुछ निश्चित प्रकार की दवाओं को लंबे समय तक लेना
  • लंबे समय से शराब की लत होना
  • पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी2 ना ले पाना
  • डायलिसिस
  • कुअवशोषण सिंड्रोम (Malabsorption syndromes)
  • लीवर संबंधी विकार
  • दस्त (और पढ़ें - दस्त में क्या खाना चाहिए)

विटामिन बी3 –

  • शराब ज्यादा पीना
  • पाचन प्रणाली में पोषक तत्वों का अवशोषण ठीक से ना हो पाना
  • एनोरेक्सिया (खाने संबंधी विकार)
  • आहार में विटामिन बी3 की अपर्याप्त मात्रा
  • लीवर सिरोसिस
  • पेट और आँतों के रोग रोग जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस
  • लंबे समय तक दस्त रहना (और पढ़ें - दस्त रोकने के घरेलू उपाय)
  • एचआईवी एड्स (और पढ़ें - एचआईवी की जांच कैसे करें)

विटामिन बी5 -

स्वाभाविक रूप से मनुष्यों में विटामिन बी 5 की कमी होना एक बहुत दुर्लभ स्थिति होती है, यह केवल गंभीर कुपोषण के मामलों में ही देखी जाती है। इसके जोखिम वाले लोगों में निम्न शामिल हैं:

  • महिलाएं जो गर्भनिरोधक गोलियां खाती हैं (और पढ़ें - आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों के नुकसान)
  • जिन लोगों को शराब पीने की लत है
  • कुछ विशेष पाचन संबंधी विकारों के कारण जिन लोगों की अवशोषण करने की प्रक्रिया खराब हो गई है।
  • अधिक उम्र वाले लोग

विटामिन बी6 –

विटामिन बी6 में कमी सबसे अधिक निम्न कारणों से होती है:

  • लंबे समय से डायलिसिस प्रक्रिया चलना
  • प्रोटीन एनर्जी अंडरन्यूट्रिशन
  • कुअवशोषण
  • कुछ प्रकार की दवाओं की वजह से (डॉक्टर से पूछें)
  • शराब की लत

विटामिन बी7 –

यह आहार में विटामिन बी7 पर्याप्त मात्रा में ना ले पाने या उसे ठीक से अवशोषित ना कर पाने के कारण होता है। बायोटिन या विटामिन बी 7 में कमी के जोखिम कारकों में निम्न शामिल हो सकते हैं:

  • मिर्गी रोकने की दवाओं (Anti-seizure) का लंबे समय तक इस्तेमाल करना
  • अत्याधिक शराब का सेवन करना
  • अधिक मात्रा में अंडे के सफेद हिस्से को कच्चा खाना
  • धूम्रपान करना
  • गर्भावस्था
  • लंबे समय से एंटीबायोटिक दवाएं लेना।

विटामिन बी9 –

फॉलेट या विटामिन बी9 की कमी होना सभी प्रकार के विटामिन बी में सबसे आम है, यह निम्न स्थितियों के परिणास्वरूप हो सकती है:

  • असामान्य मेटाबॉलिज्म
  • विटामिन बी9 की आवश्यकता बढ़ाने वाली स्थितियां जैसे गर्भावस्था व स्तनपान की स्थिति। (और पढ़ें - स्तनपान के फायदे)
  • ठीक से विटामिन बी 9 अवशोषित न हो पाना
  • पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी 9 ना ले पाना

विटामिन बी12 –

विटामिन बी में कमी मुख्य रूप से आहार में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी ना होने या खराब अवशोषण प्रक्रिया होने से होती है। निम्न लोगों में विटामिन बी 12 की कमी होने की संभावनाएं अधिक होती हैं:

  • वे लोग जो सीने में जलन आदि के उपचार के लिए लंबे समय से एंटासिड दवाएं ले रहे हैं।
  • वे लोग जिनका ऑपेरशन के द्वारा आंतों का वह हिस्सा निकाल दिया गया हो जो विटामिन बी12 का अवशोषण करता है।
  • डायबिटीज के लिए ड्रग मेटफॉर्मिन वाले लोग (और पढ़ें - डायबिटीज का घरेलू उपाय)
  • अधिक उम्र वाले लोग
  • पूरी तरह से शाकाहारी लोग

(और पढ़ें - सीने में जलन का इलाज)

विटामिन बी की कमी से बचाव - Prevention of Vitamin B deficiency in Hindi

विटामिन बी में कमी होने से कैसे रोकें?

ज्यादातर लोगों को स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ सप्लीमेंट्स लेकर ही विटामिन बी प्रााप्त करने की जरूरत नहीं पड़ती है। ऐसे बहुत सारे भोजन हैं जो हमें सभी पोषक तत्वों को प्राकृतिक रूप से प्रदान करते हैं, लेकिन उनके लिए अपने भोजन को मीट, अनाज, सबजियों व फलों से भरपूर रखना पड़ता है। 

खाद्य पदार्थ जिनमें विटामिन बी उच्च मात्रा में पाया जाता है:

  • विटामिन बी1 -​ संतरा, ​दूध, ​अंडे, फलियां​, नट्स व बीज, ​मटर, ​पालक, ओट्स (जई)
  • विटामिन बी 2 - चिकन, ​मछली, अंडे, पालक व अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां, कुछ विशेष अनाज जिनमें विटामिन बी1 की मात्रा को कृत्रिम तरीके से शामिल कर दिया जाता है, दूध व दूध के उत्पाद, ​दही व चीज
  • विटामिन बी3 - हरे मटर, पालक, ओट्स (जई), मशरूम, फॉर्टिफाइड दूध व दूध के प्रोडक्ट, चिकन, ​मूंगफली, अंडे, ​ब्रोकोली
  • विटामिन बी5 - अंडे, आलू, ​टमाटर, चिकन 
  • विटामिन बी6 - ब्रैड, साबुज अनाज के सेरियल (जैसे कि ओटमील), अंडे, चिकन, मछली
  • विटामिन बी7 - पालक, ब्रोकोली, मटर, चने
  • विटामिन बी9 - हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे ब्रोकोली और पालक, टमाटर का रस, बीन्स, फलिया, मशरूम, चिकन, अंडे, ओट्स, मटर, साइट्रस (खट्टे फल), अन्य फल जैसे केला और खरबूजे
  • विटामिन बी12 - डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, चीज और दही आदि, अंडे, चिकन

इसके अलावा, यदि आप आहार के माध्यम से विटामिन बी को प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं या फिर आपको कुछ ऐसी स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां हैं, जो विटामिन बी को अवशोषित होने से रोकती हैं, तो कई बार विटामिन बी में कमी को रोकथाम करने के लिए मेडिकल स्टोर से मिलने वाले कुछ प्रकार के सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल भी किया जाता है। विटामिन के सप्लीमेंट्स को हमेशा डॉक्टर से पूछकर ही लेना चाहिए। 

इन सप्लीमेंट की अत्यधिक मात्रा (ओवरडोज) होने का जोखिम अन्य पोषक तत्वों के सप्लीमेंट के मुकाबले कम होता है, क्योंकि विटामिन बी पानी में घुलनशील होता है। हालांकि यदि आप किसी प्रकार की दवाएं ले रहे हैं,तो विटामिन बी 2 उनके साथ रिएक्शन करके कुछ साइड इफेक्ट पैदा कर सकता है या लंबे समय तक आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

विटामिन बी की कमी का परीक्षण - Diagnosis of Vitamin B deficiency in Hindi

विटामिन बी की कमी का परीक्षण कैसे किया जाता है?

विटामिन बी में कमी की जांच उसके लक्षणों के आधार पर और कुछ टेस्ट की मदद से की जाती है।

डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों, आहार संबंधी आदतों और पाचन स्वास्थ्य से जुड़े कुछ सामान्य सवाल पूछ सकते हैं। विटामिन बी में कमी होने से शरीर की कई प्रणालियां गंभीरतापूर्वक प्रभावित हो सकती हैं। डॉक्टर आपको निम्न टेस्ट करवाने के लिए बोल सकते हैं:

  • एनीमिया की जांच करने के लिए ब्लड टेस्ट (खून की जांच) भी किया जा सकता है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या और उनके आकार की जांच की जाती है। (और पढ़ें - खून की कमी के उपाय)
  • कम्पलीट हीमोग्राम
  • स्किन बायोप्सी
  • खून में विटामिन बी के स्तर की जांच करने के लिए ब्लड टेस्ट
  • हृदय की जांच करने के लिए ईसीजी (Electrocardiogram)
  • लीवर फंक्शन टेस्ट

विटामिन बी की कमी का इलाज - Vitamin B deficiency Treatment in Hindi

विटामिन बी की कमी का उपचार कैसे किया जाता है?

आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप हर दिन विटामिन बी कॉम्पलेक्स से पर्याप्त मात्रा में विटामिन प्राप्त कर रहे हैं, ताकि आपका शरीर कुशलतापूर्ण व प्रभावी रूप से कार्य कर सके।

यदि आपमें विटामिन बी की कमी होने के जोखिम हैं, तो आपको विशेष रूप से स्वस्थ व संतुलित आहार का सेवन करने की कोशिश करनी चाहिए।

यदि आपको डर है की ऊपर बताए गए लक्षणों में से आप में कोई भी लक्षण विकसित हो सकता है, ऐसी स्थिति में डॉक्टर के पास जाएं और विटामिन बी के सप्लीमेंट्स लेने के बारे पूछें।

विटामिन बी के सप्लीमेंट्स कैप्सूल, पाउडर और फॉर्टिफाइड फूड (ब्रेकफास्ट सेरियल और संतरे का रस आदि) के रूप में मिल जाते हैं। जिन खाद्य पदार्थों कृत्रिम रूप से पोषक तत्वों (विटामिन बी आदि) को शामिल करके उनकी मात्रा को बढ़ा दिया जाता है। उनको फॉर्टिफाइड फूड कहा जाता है।

विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग - Disease caused by Vitamin B deficiency in Hindi

विटामिन बी की कमी होने से कौन से रोग हो सकते हैं?

अलग-अलग प्रकार के विटामिन की कमी अलग-अलग समस्याएं पैदा करती है, जैसे:

विटामिन बी 1 –

विटामिन बी 1 की कमी बेरी-बेरी रोग पैदा कर देती है, बेरी-बेरी रोग गंभीर रूप से होने पर निम्न समस्याएं होने लगती हैं:

  • उलझन
  • भ्रम (डिल्यूजन)
  • हृदय संबंधी समस्याएं
  • याददाश्त खोना

विटामिन बी 2 –

विटामिन बी 2 में लंबे समय तक कमी रहने से निम्न समस्याएं व रोग होने लगते हैं:

  • मोतियाबिंद
  • दिल संबंधी विकार
  • बाल झड़ना (और पढ़ें - बालों को झड़ने से रोकने के घरेलू नुस्खे)
  • रूखी त्वचा
  • अनिद्रा
  • माइग्रेन
  • ग्लूकोमा
  • एनीमिया

विटामिन बी 3 –

लंबे समय तक विटामिन बी 3 की कमी रहने से निम्न बीमारियां हो सकती हैं:

  • डिप्रेशन (और पढ़ें - बच्चों में डिप्रेशन के लक्षण)
  • स्किजोफ्रेनिया
  • मुँहासे
  • थकान
  • श्वसन तंत्र में संक्रमण
  • पेट में ऐंठन
  • प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना

विटामिन बी 5 -

  • पेट में ऐंठन (और पढ़ें - पेट में ऐंठन का इलाज)
  • इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कम होना
  • अनिद्रा
  • श्वसन सम्बन्धी समस्याएं 
  • डिप्रेशन 
  • थकान 

विटामिन बी 7 –

लंबे समय तक विटामिन बी 7 की कमी होने पर विकसित होने वाले रोग जिनमें निम्न शामिल हैं:

  • सुस्ती (और पढ़ें - सुस्ती का कारण)
  • हाथ व पैरों सुन्न होना या उनमें झुनझुनी महसूस होना
  • त्वचा सम्बन्धी रोग (और पढ़ें - चर्म रोग की दवा)  
  • अनिद्रा
  • कम सुनाई देना
  • प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य कमजोर होना
  • डिप्रेशन (और पढ़ें - डिप्रेशन के लिए योगासन)

विटामिन बी 9 –

विटामिन बी 9 की कमी होने पर निम्न समस्याएं हो सकती हैं:

  • मानसिक विकार
  • एनीमिया
  • कैंसर
  • हार्ट अटैक और स्ट्रोक (और पढ़ें - हार्ट अटैक के बाद क्या खाना चाहिए) 
  • समय से पहले बुढ़ापा आना

विटामिन बी 12 -

विटामिन बी 12 में कमी होने पर निम्न बिमारियां होने लगती हैं:

  • बांझपन
  • एनीमिया
  • न्यूरोलॉजिकल बदलाव​
  • पेट का कैंसर
  • जन्म दोष

संदर्भ

  1. healthdirect Australia. B12 deficiencies. Australian government: Department of Health
  2. National Institutes of Health; Office of Dietary Supplements. [Internet]. U.S. Department of Health & Human Services; Vitamin B12.
  3. Fiona O’Leary, Samir Samman. Vitamin B12 in Health and Disease . Nutrients. 2010 Mar; 2(3): 299–316. PMID: 22254022
  4. National Health Portal [Internet] India; Vitamin B12 Deficiency
  5. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Vitamin B

विटामिन बी की कमी के डॉक्टर

विटामिन बी की कमी की दवा - Medicines for Vitamin B Deficiency in Hindi

विटामिन बी की कमी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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विटामिन बी की कमी की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Vitamin B Deficiency in Hindi

विटामिन बी की कमी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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विटामिन B की कमी से कौन सी बीमारी होती है?

विटामिन बी12 की कमी से मुंह की समस्याएं भी हो सकती हैं जिससे आपके मुंह में छाले, घाव, जीभ में सूजन और जीभ एक दम सुर्ख लाल हो सकती है. जीभ में सूजन को ग्लॉसिटिस कहते हैं जो विटामिन बी 12 की कमी का प्रमुख संकेत हैं. इसकी वजह से व्यक्ति को एनीमिया हो जाता है और मुंह में छाले जैसे लक्षण पैदा होने लगते हैं.

विटामिन बी की कमी से पुरुष में कौन सा रोग होता है?

बॉडी में विटामिन बी-6 की मात्रा कम होने से आप एनीमिया के शिकार आसानी से हो सकते हैं. इस बिमारी में आपके शरीर में बहुत कम लाल रक्त कोशिकाएं रह जाती हैं. साथ ही, आपके शरीर को ऑयरन की कमी घेरने लगती है, जो एनीमिया का शिकार बनाने में काफी अहम कारण होता है.

विटामिन B12 की कमी क्यों हो जाती है?

पशु आधारित भोजन में बी12 अधिक मात्रा में पाया जाता है. हमारे लीवर में विटामिन बी12 पांच साल तक जमा रहता है लेकिन अगर इसकी पूर्ति को बनाए रखा नहीं गया तो शरीर में इसकी कमी हो हो सकती है.

विटामिन B12 क्या खाने से बढ़ता है?

डेयरी प्रोडक्ट्स दूध और दूध से बने चीजों में भी विटामिन बी12 पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में विटामिन और कैल्शियम की कमी दूर होती है। इसके लिए डाइट में डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल करें। इसके अलावा, डाइट में सीफूड जैसे साल्मन मछली, टूना मछली, रेड मीट, बीन्स, सूखे मेवे और शेलफिश आदि चीजों को जरूर शामिल करें।