ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

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नई दिल्‍ली:  

World Diabetes Day 2019: चीनी या ज्‍यादा मीठा खाने से शुगर की बीमारी यानी डायबिटीज (Diabetes) होने का खतरा बढ़ जाता है. अक्‍सर ये तर्क हर दूसरा आदमी देता है. कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि पतले लोगों को डायबिटीज (Diabetes) हो ही नहीं सकता. अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो आज से अपनी यह सोच बदल डालें. दरअसल डायबिटीज (Diabetes) की वजह से आपके शरीर में इंसुलिन का उत्पादन प्रभावित होता है न कि चीनी या मीठा ज्‍यादा खाने से. डायबिटीज (Diabetes) को लेकर ऐसे बहुत सारे भ्रम लोगों के मन में हैं जिनका निदान जरूरी है. आइए जानें डायबिटीज (Diabetes) यानी शुगर की बीमारी को लेकर ऐसे कौन से भ्रम हैं जिन्‍हें दूर करना जरूरी है.

  1. मीठा या चीनी खाने से डायबिटीज (Diabetes) होती है:डायबिटीज (Diabetes) को लेकर सबसे ज्‍यादा भ्रम लोगों के मन में अगर किसी बात को लेकर है तो वह है मीठा खाना. आम धारणा ये है कि डायबिटीज (Diabetes) तभी होती है, जब आप अधिक मीठा खाते हैं. तो आपको बता दें कि ज्यादा मीठा खाने से मोटापा होता है. इस मोटापे की वजह से डायबिटीज (Diabetes) टाइप-2 हो सकती है. चीनी या मीठा डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए जहर है पर एक स्‍वस्‍थ आदमी के लिए तो यह मिथक है इससे शुगर की बीमारी होती है. क्‍योंकि डायबिटीज (Diabetes) होने के पीछे का कारण सिर्फ चीनी नहीं होती है.
  2. केवल मोटे लोगों को डायबिटीज (Diabetes) होती है: एक चिकित्‍सा शिविर में एक 16 साल के किशोर ने अपना शुगर टेस्‍ट कराया. आपको ताज्‍जुब होगा कि 42 किलो के इस किशोर का रैंडम शुगर 423 निकला. उस किशोर के माता-पिता ये मानने को तैयार ही नहीं थे कि उनके बेटे को डायबिटीज (Diabetes) है. डॉक्‍टरों ने उनके भ्रम को दूर करते हुए बताया कि आपके बच्‍चे को जुवेलाइन शुगर है. बच्‍चा जन्‍म से ही इस बीमारी से ग्रसित है. डाक्‍टरों का यह भी कहना है कि कई लोगों के शरीर में फैट बाहर की तरफ नहीं दिखता है, वह अंदर की तरफ होता है.
  3. डायबिटीज (Diabetes) होने पर मीठा नहीं खाना चाहिए:डायबिटीज (Diabetes) से जुड़ा सबसे सामान्य मिथक जिसे लोग सच मान लेते हैं, वह यह है कि डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित होने पर मीठा नहीं खाना चाहिए. दरअसल डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित लोग अगर एकदम से मीठा खाना छोड़ देंगे तो उन्‍हें कई सारी दिक्‍कतें होंगी. कमजोरी महसूस न हो इसके लिए उन्‍हें थोड़ी-थोड़ी देर बाद कुछ में कुछ खाते रहना चाहिए, जिसका मतलब यह है कि आप थोड़ा सा मीठा खा सकते हैं.

First Published : 14 Nov 2019, 01:54:01 PM

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ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

मीठे के फायदे और नुकसान - Benefits and disadvantages of eating sweet in hindi

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August 10, 2021

कई बार आवाज़ आने में कुछ क्षण का विलम्ब हो सकता है!

ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

अधिकतर लोगों को मीठा खाना पसंद होता है। मीठी चीज थोड़ी सी खाने के बाद मन में इसको खाने की इच्छा और बढ़ जाती है। मीठा खाने से आपके शरीर को कुछ फायदे और कुछ नुकसान होते हैं। मीठे से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव आपके शरीर की प्रकृति के आधार पर तय होते हैं, लेकिन सामान्यतः लोगों को मीठा कम खाने की ही सलाह दी जाती है। दरअसल आज के दौर में शारीरिक व्यायाम कम करने के चलते कई तरह के रोग होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में मीठे का ज्यादा सेवन करना आपको रोग ग्रस्त करने का मुख्य कारण बन सकता है।

इस लेख में आपको मीठा खाने के नुकसान और फायदों के बारे में बताया गया है। साथ ही इसमें आपको मीठा खाने से शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव व ज्यादा मीठा खाने के नुकसान के बारे में भी विस्तार से बताने का प्रयास किया गया है। 

(और पढ़ें - मीठे की लत से छुटकारा पाने का तरीके)

  1. मीठा खाने के नुकसान - Meetha khane ke nuksan
    • मीठा खाने से मोटापा बढ़ता है - Meetha khane se motapa badhta hai
    • मीठा खाने से दांत में दर्द - Meetha khane se dant me dard
    • मीठा खाने से कोलेस्ट्रोल (एचडीएल) कम होता है - Meetha khane se HDL kam hota hai
    • मीठा खाने से होता है डायबिटीज का खतरा - Meetha khane se hota hai diabetes ka khatra
    • मीठा खाने से प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है - Meetha khane se immunity kamjoor hoti hai
    • मीठा खाने से हड्डियां कमजोर होती है - Jyada meetha khane se haddiya kamjoor hoti hai
    • ज्यादा मीठा मुंहासों की वजह बनता है - Meetha Khane se muhase hote hain
  2. मीठा खाने के फायदे - Meetha Khane ke fayde
    • मीठा खाने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है - Meetha Khane se stroke ka khatra kam hota hai
    • मीठा खाने से हाई बीपी में होता है फायदा - Meetha Khane se high BP me hota hai fayda
    • मीठा खाने से एक्टिव होते हैं - Meetha Khane se active hote hai
  3. एक दिन में कितनी मात्रा में मीठा खाना चाहिए - Ek din me kitni matra me meetha khana chahiye

ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

मीठा खाने के नुकसान - Meetha khane ke nuksan

जब कोई आपसे बहुत ज्यादा मीठी बात करने लगता है तो आप सावधान हो जाते हैं, ठीक वैसे ही आपको एक और आदत डाल ही लेनी चाहिए कि जब बहुत ज्यादा मीठा आपके सामने हो तो सावधान हो जाएं और तत्काल खुद पर नियंत्रण करें। यह बात जिन्हें डायबिटीज नहीं है उनके लिए भी लागू है और जिन्हें डायबिटीज है उनके लिए तो किसी गुरुमंत्र की ही तरह है। सामान्य लोगों की बात की जाए तो दिन के आपके भोजन में शुगर वाले खाने की हिस्सेदारी अधिकतम 10 प्रतिशत होनी चाहिए। जानकारों की राय में शक्कर का जरूरत से ज्यादा सेवन ही मोटापे के अलावा कई किस्म की लंबी चलने वाली बीमारियों की जड़ है।

इन्हीं में से एक है टाइप-2 डायबिटीज। जिन्हें मीठा पसंद है निश्चित तौर पर ज्यादा मीठा न खाने की सलाह को नजरअंदाज करना चाहेंगे, लेकिन जब वह अपने आसपास के पहले से ही डायबिटीज की चपेट में आने वाले लोगों की ओर देखेंगे तो उन्हें शायद अपनी गलती का अहसास हो जाएगा। इस अहसास में कहीं देरी न हो जाए। शुगर शरीर के लिए उचित मात्रा में सही है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा आपकी जिंदगी को तबाह कर सकती है। आर्थिक, शारीरिक और पारिवारिक तौर पर भी। डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटीज में एक्सरसाइज के साथ आहार की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वजन पर नियंत्रण में आहार का एक्सरसाइज जितना ही महत्व होता है।

(और पढ़ें - गुड़ के फायदे)

मीठा खाने से मोटापा बढ़ता है - Meetha khane se motapa badhta hai

मीठी चीजों में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, थोड़ा सा मीठा खाने से ही आपको अधिक एनर्जी मिलती है। ज्यादा मीठा खाने की वजह से आप एक दिन में आवश्यक कैलोरी से अधिक का सेवन कर लेते हैं। शारीरिक काम कम करने की वजह से कैलोरी बर्न कम होती है और शरीर में इकट्ठा होने लगती है। इसकी वजह से आपके शरीर का वजन तेजी से बढ़ने लगता है और आप मोटे होने लगते हैं।

एक नामी विश्वविद्यालय द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार अधिकतर मीठी चीजों जैसे जूस, मीठी चाय में फ्रक्टोस कॉर्न सिरप की मात्रा ज्यादा होती है, जो ग्लुकोज की तुलना में भूख को कुछ ज्यादा ही बढ़ाता रहता है। यह मेटाबोलिक प्रक्रिया के बदलाव से संबंधित होता है। यही बदलाव आगे चलकर मोटापा बढ़ने की वजह बनता है।

  • सोडा, जूस का अधिक सेवन करने वाले लोग मोटे होते हैं, क्योंकि सोडे पर आधारित पेय के 473 मिली. के कैन में 52 ग्राम शकर होती है, जो कि दैनिक कैलोरी सेवन (औसतन 2000 कैलोरी) का 10 प्रतिशत होती है।
  • शुगर से भरे ड्रिंक्स पेट की चर्बी के रास्ते डायबिटीज और दिल की बीमारी का रास्ता खोल देते हैं।
  • फ्रक्टोज की ज्यादा मात्रा लेप्टिन हार्मोन का काम बिगाड़ती है। यह हार्मोन भूख तय करता है और आपके शरीर को बताता है कि कब नहीं खाना है, यानी कि पेट भरने का अहसास कराता है

(और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए क्या खाना चाहिए)   

मीठा खाने से दांत में दर्द - Meetha khane se dant me dard

दांतों के स्वास्थ्य से जुड़ी संस्थाएं मीठी चीजों को कम खाने की सलाह देती है, क्योंकि इनसे बेहद कम समय में ही दांतों पर काफी दुष्प्रभाव पड़ने लगते हैं। भोजन में मौजूद प्लाक, टॉफी में मौजूद चीनी, बेक किया हुआ भोजन और मीठे पेय पदार्थ जैसे ही मुंह में जाते है वैसे ही एसिडिक रिएक्शन शुरू हो जाता है। इस एसिडिक रिएक्शन की वजह से दांतों में सड़न होने लगती है और कुछ समय के बाद दांतों में कैविटी (गुहा) की समस्या भी शुरू हो जाती है।

(और पढ़ें - बच्चों के दांतों को कैविटी से बचाने के उपाय)

मीठा खाने से कोलेस्ट्रोल (एचडीएल) कम होता है - Meetha khane se HDL kam hota hai

सबसे पहले आपको बता दें कि शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रोल होते हैं, जिसमें पहले को लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) या खराब कोलेस्ट्रोल कहा जाता है, जबकि दूसरे को हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) या अच्छा कोलेस्ट्रोल कहा जाता है। दिनचर्या में एक्सरसाइज करने से कोलेस्ट्रोल का स्तर प्रभावित होता है। साथ ही इसमें आपकी डाइट एक अहम भूमिका निभाती है।

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय)

एक अध्ययन से पता चला है कि मीठी चीजों को ज्यादा खाने से हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन का स्तर कम हो जाता है, जो आपके हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है। हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन स्वास्थ्य के लिए सहायक होता है, क्योंकि इससे ही रक्त में मौजूद अतिरिक्त कोलेस्ट्रोल बाहर होता है। हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन का स्तर कम होने से कोलेस्ट्रोल रक्त वाहिकाओं में आसानी से इकट्ठा होने लगता है, जिससे रक्त संचार में बाधा आती है और वह रूक सकता है। इस स्थिति को कोरोनरी आर्टरी डिजीज (धमनी की बीमारी) कहते हैं।  

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल का इलाज) 

मीठा खाने से होता है डायबिटीज का खतरा - Meetha khane se hota hai diabetes ka khatra

पिछले 30 साल में पूरी दुनिया में डायबिटीज के मामलों में दोगुना इजाफा हुआ है। 175 देशों में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक हर 150 कैलोरी अतिरिक्त शुगर (लगभग एक कैन सोडा) का सेवन डायबिटीज के खतरे को 1.1 प्रतिशत बढ़ा देता है। ज्यादा शुगर से मोटापा होना डायबिटीज के खतरे को सबसे ज्यादा बढ़ाता है। 

ज्यादा मीठा खाने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है। मीठी चीजें खाने के बाद आपका पेनक्रिया अधिक मात्रा में इंसुलिन जारी करता है, जो कोशिकाओं में मौजूद रक्त से शुगर को साफ करता है। जैस जैसे ब्लड शुगर का स्तर नीचे आता है, वैसे वैसे इंसुलिन का स्तर भी सामान्य हो जाता है।

(और पढ़ें - शुगर का आयुर्वेदिक इलाज)

लेकिन बार बार मीठा खाने से आपके शरीर को एक ही काम करने के लिए ज्यादा मात्रा में इंसुलिन की आवश्यकता होने लगती है और कुछ समय के बाद आपका पेनक्रिया इंसुलिन बनाने में अक्षम हो जाता है। इंसुलिन का उत्पादन न होने की वजह से आपको डायबिटीज की संभावना बढ़ जाती है। 

(और पढ़ें - शुगर में क्या खाना चाहिए)

मीठा खाने से प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है - Meetha khane se immunity kamjoor hoti hai

मीठा खाने से हड्डियां कमजोर होती है - Jyada meetha khane se haddiya kamjoor hoti hai

लगातार मीठा खाने से हड्डियों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। एक शोध से इस बात का पता चला है कि डाइट में अधिक मीठी चीजें शामिल करने से हड्डियां कमजोर हो जाती है। इसकी वजह से आपको फ्रैक्चर हो सकता है तथा आपकी काम करने की क्षमता कम हो जाती है।

(और पढ़ें - हड्डियां मजबूत करने के उपाय​) 

ज्यादा मीठा मुंहासों की वजह बनता है - Meetha Khane se muhase hote hain

रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स, शर्करायुक्त आहार व पेय त्वचा के लिए नुकसानदेह मुंहासों की वजह बनते हैं।
ज्यादा ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार, जैसे प्रोसेस्ड मिठाई, तुलनात्मक रूप से ब्लड शुगर के स्तर में ज्यादा तेजी से इजाफा करते हैं। मीठे खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर और इन्सुलिन के स्तर में इजाफा करते हैं जिससे हार्मोन्स का असंतुलन, तैलीय त्वचा, सूजन जैसी दिक्कतें होती हैं। यह सभी दिक्कतें मुंहासों के लिए जिम्मेदार होते हैं। कई लोगों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि ग्रामीण इलाकों में जहां परंपरागत नॉनप्रोसेस्ड खाद्य सामग्री इस्तेमाल की जाती है, मुंहासों के मामले बहुत कम पाए जाते हैं।

मीठा खाने के फायदे - Meetha Khane ke fayde

मीठा खाने से स्ट्रोक का खतरा कम होता है - Meetha Khane se stroke ka khatra kam hota hai

डार्क चॉकलेट जैसी कुछ मीठी चीजों को खाने से फायदा भी होता है। एक अध्ययन में 45 से 79 वर्ष के उन पुरूषों को शामिल किया गया जो रोजाना करीब 10 ग्राम डार्क चॉकलेट का सेवन करते थे। इन पुरुषों में अन्य पुरुषों (जो चॉकलेट पूरी तरह से नहीं खाते थे) की अपेक्षा स्ट्रोक होने की संभावना करीब 17 प्रतिशत कम पाई गई। 

(और पढ़ें - स्ट्रोक होने पर क्या करना चाहिए) 

मीठा खाने से हाई बीपी में होता है फायदा - Meetha Khane se high BP me hota hai fayda

मीठे में मौजूद फ्लैविनॉइड से बीपी लो होता है। 20 तरह के अध्ययनों की समीक्षा करने पर पाया गया कि जो लोग रोजाना 3 से 100 ग्राम डार्क चॉकलेट या कोकोआ पाउडर का सेवन करते हैं, उनका बीपी अन्य की अपेक्षा थोड़ा कम हो जाती है।  

(और पढ़ें - लो बीपी के घरेलू उपाय)

मीठा खाने से एक्टिव होते हैं - Meetha Khane se active hote hai

विशेषज्ञ बताते हैं कि जो लोग मीठी चीजें खाते हैं वह इसके नुकसान से बचने के लिए अधिक शारीरिक गतिविधियां करते हैं। मीठी चीजे खाने से लोगों को एक्टिव रहने के लिए प्रोत्साहन मिलता है। इसके साथ ही मीठी चीजे खाने के बाद कुछ लोग अपनी खानपान की अन्य खराब आदतों पर भी काबू कर पाते हैं। 

(और पढ़ें - शुगर कम करने के घरेलू उपाय)

एक दिन में कितनी मात्रा में मीठा खाना चाहिए - Ek din me kitni matra me meetha khana chahiye

एक दिन में कितनी मात्रा में मीठा खाना चाहिए एक मुश्किल प्रश्न हैं। कुछ लोगों को अधिक मात्रा में मीठा खाने के बाद किसी तरह की परेशानी नहीं होती है, जबकि कुछ लोगों को डॉक्टर कम मीठा खाने की सलाह देते हैं।

एक दिन में कितनी मात्रा में शुगर खानी चाहिए इस विषय में हृदय स्वास्थ्य से जुड़ी संस्थाएं निम्नलिखित सुझाव देती हैं।

  • पुरुषों को एक दिन में 150 कैलोरी (37.5 ग्राम या करीब 9 छोटी चम्मच) लेने की आवश्यकता होती है।
  • महिलाओं को एक दिन में 100 कैलोरी (25 ग्राम या करीब 6 छोटी चम्मच) लेने की जरूरत होती है। 

(और पढ़ें - ब्लड शुगर लेवल कम होने पर क्या करना चाहिए)

ज्यादा मीठा खाने से कौन सी बीमारी होती है? - jyaada meetha khaane se kaun see beemaaree hotee hai?

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ज्यादा मीठा खाने से क्या प्रॉब्लम होती है?

जरूरत से ज्‍यादा मीठा खाने पर मोटापा, डायबिटीज, ब्‍लड प्रेशर और‍ डिप्रेशन जैसी परेशानियां शुरू हो जाती हैं। ऐसे में ये समझना जरूरी हो जाता है कि आखिर मीठा खाने की क्रेविंग शरीर में होने वाली किस कमी क कई लोग मोटापा कम करने के चक्‍कर में खुद को भूखा रखकर कड़ी डायटिंग करते हैं।

ज्यादा मीठा खाने का मन क्यों करता है?

भारतीय खाना कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होता है, भले ही फिर वो सिंपल कार्ब्स हो या कॉम्प्लेक्स। लेकिन यही सबसे बड़ा कारण है जिससे हमें खाने के बाद मीठा खाने का मन करता है। दरअसल अपनी प्लेट्स को कार्ब्स से ओवरलोड करने के कारण आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसी वजह से आप के मन में मीठा खाने की तलब जाग उठती है।

चीनी खाने से कौन सा रोग होता है?

सेहत: ज्यादा शक्कर खाने से शरीर के इन अंगों को पहुंचता है नुकसान, होती है कई गंभीर बिमारियां.
1/5. लीवर के लिए नुकसानदायक ... .
2/5. मोटापा और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है ... .
3/5. मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव ... .
4/5. ब्लडप्रेशर और गठिया जैसी परेशानी ... .
5/5. कैंसर का खतरा.

एक दिन में कितना मीठा खाना चाहिए?

एक दिन में एक पुरुष 150 कैलोरी यानी 37 ग्राम मीठे का सेवन कर सकता है वहीं महिला एक दिन में 100 कैलोरी यानी 25 ग्राम मीठा खा सकती है.