पन्ना रत्न किस उंगली में पहने Panna ratna kis ungli me pahne : हेलो दोस्तों नमस्कार आज मैं आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पन्ना रत्न किस उंगली में पहने इससे संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे. जिसने मैं आप लोगों को बताऊंगी पन्ना रत्न को किस दिन, किस समय, किस विधि,के द्वारा किस उंगली में पहनने से पन्ना रत्न आपके जीवन में शुभ फल प्रदान करता है क्योंकि रत्न शास्त्र में पूरे 9 प्रकार के रत्नों का निर्माण किया गया है जो हर राशि के लिए अलग-अलग है. Show
जिन्हें अपनी राशि के हिसाब से शुभ उंगली में धारण करने पर वह व्यक्ति के समस्त कष्टों को दूर कर सकता है. क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी भी जातक या जातिका के जीवन में शुभ और अशुभ उतार-चढ़ाव आते रहते तो इसका प्रमुख कारण आपकी कुंडली में अशुभ ग्रहों का उपस्थित होना माना गया है. जिसकी वजह से आपके जीवन में आए दिन नई-नई समस्याएं जन्म लेती रहती है, इसके विपरीत अगर आपकी कुंडली में ग्रह उच्च स्थिति में रहते हैं तो आपके जीवन में हर कार्य शुभ होते हैं. लेकिन ज्यादा करके ग्रहों का अशुभ प्रभाव जीवन पर पड़ता है. ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए हर जातक जातिका को अपनी अपनी राशि के हिसाब से पन्ना रत्न धारण करने की सलाह प्रदान की है. क्योंकि ज्योतिष शास्त्र का मानना है अपनी राशि के हिसाब से पन्ना रत्न को शुभ दिन और शुभ समय तथा पूरे विधि विधान के साथ शुभ अंगुली में धारण करने पर पन्ना रत्न आपको ग्रहों के अशुभ प्रभाव से पूर्ण रूप से सुरक्षित रखता है तथा आपको चौमुखी विकास प्राप्त करने में मदद करता है. ऐसे में अगर आप भी तमाम मेहनत करने के बाद भी अपनी लाइफ में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं या फिर आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है तो इसका यही कारण है कि आपकी कुंडली में आपका ग्रह अशुभ प्रभाव डाल रहा है ऐसे में आपको ज्योतिष शास्त्र की सलाह के अनुसार पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. इसीलिए आज हम इस लेख में पन्ना रत्न से संबंधित संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक से बताएंगे अगर आप लोग इस जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया करके इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें. रत्नों कितने प्रकार के होते है ?रत्न विज्ञान में 12 राशियों के लिए 9 प्रकार के रत्नों का निर्माण किया गया है जैसे :
रत्न शास्त्र में हर राशि के ग्रह को ध्यान में रखते हुए रत्नों का निर्माण किया गया है. जिन्हें ज्योतिष शास्त्र की विधि के द्वारा बताए गए निर्देशों के माध्यम से शुभ रत्न को धारण करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है. पन्ना रत्न को सबसे छोटी उंगली यानी कि कनिष्ठा उंगली में पहनना ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बेहद ही शुभ बताया गया है. क्योंकि इस उंगली के अंतिम पोर से सटा हुआ बुध पर्वत होता है. पन्ना रत्न किस राशि के लोगों को धारण करना चाहिए ?जैसा कि हमने ऊपर लेख में बताया है रत्न शास्त्र में रत्नों का निर्माण राशि के ग्रह को ध्यान में रखकर किया गया है. इसीलिए किसी भी रत्नों को धारण करने से पहले यह जान लेना चाहिए कि कौन सा रत्न आपके लिए शुभ है तभी उस रत्न को धारण करना चाहिए, नहीं तो वह रत्न आपके जीवन पर अशुभ प्रभाव डालता है. इसलिए हम यहां पर बताएंगे पन्ना रत्न किन राशि के लोगों के लिए शुभ है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न बुध ग्रह से संबंधित है. इसीलिए इस रत्न को मिथुन और कन्या राशि के जातक जातिका के लिए शुभ बताया गया है क्योंकि इन राशियों पर बुध का ही आधिपत्य है। इसी के साथ में कुंभ, मकर, वृषभ, तुला राशिके जातक जातिका भी पन्ना रत्न को धारण कर सकते हैं क्योंकि इन राशियों के ग्रहों से बुध ग्रह की मित्रता रहती है इसीलिए यह इन लोगों के लिए शुभ फल प्रदान करता है. पन्ना रत्न को धारण करने का शुभ दिनपन्ना रत्न बुध ग्रह से संबंधित है इसीलिए इस रत्न को बुधवार के दिन सुबह 10 बजे तक धारण करना रत्न शास्त्र के अनुसार शुभ बताया गया है. पन्ना रत्न को किस धातु में पहनना चाहिए ?रत्न शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न को सोने या चांदी की धातु में धारण करना शुभदायक और फलदायक दोनों माना गया है. पन्ना रत्न धारण करने की विधि | Panna ratna dharan vidhiरत्न शास्त्र में हर रत्न को धारण करने की अलग-अलग विधि बताई गई है, और जो व्यक्ति किसी भी रत्नों को पूरे विधि विधान के साथ धारण करता है तो उस जातक जातिका को उस रत्नों को धारण करने के शुभ फल प्राप्त होते हैं. इसीलिए किसी भी रत्नों को धारण करने से पहले उस रत्न को धारण करने की संपूर्ण विधि शुभ समय और शुभ दिन की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए. तभी उस रत्न को धारण करना चाहिए ताकि वह रत्न आपके जीवन में शुभ फल प्रदान कर सकें. इसीलिए हम यहां पर पन्ना रत्न को धारण करने की संपूर्ण विधि बता रहे हैं जो कुछ इस प्रकार से है जैसे :
पन्ना रत्न धारण करने के फायदेज्योतिष शास्त्र का कहना है अगर ऊपर बताई गई राशि के जातक जातिका पन्ना रत्न को बताई गई विधि के माध्यम से धारण करते हैं तो उन्हें पन्ना रत्न धारण करने के कुछ इस प्रकार के शुभ फल प्राप्त होंगे जैसे :
FAQ : पन्ना रत्न किस उंगली में पहनेपन्ना रत्न किस ग्रह से संबंधित है ?पन्ना रत्न बुध ग्रह से संबंधित है इसीलिए इसे बुधवार के दिन सुबह 10:00 बजे से पहले धारण करना शुभ माना था. पन्ना रत्न का शुद्धीकरण कैसे करें ?पन्ना रत्न की शुद्धीकरण करने के लिए आप पंचामृत में इसे एक रात के लिए भिगो कर रखे दे अगली सुबह साफ जल से धोकर सूरज की किरने दिखाकर विधि विधान से पूजा पाठ करने के पश्चात इसे धारण कर ले . पन्ना रत्न किस हाथ में पहनना चाहिए ?पन्ना रत्न को आप अपने बाएं हाथ की सबसे छोटी यानी कि कनिष्ठा उंगली में धारण कर सकते हैं. निष्कर्षदोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख में पन्ना रत्न किस उंगली में धारण करना चाहिए इसके विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है जिसमें हमने आप लोगों को पन्ना रत्न किस राशि के लोगों को धारण करना चाहिए, किस दिन करना चाहिए, किस विधि के द्वारा करना चाहिए तथा किस उंगली में यह सारी जानकारी एक प्रक्रिया के माध्यम से बताई है. अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को पन्ना रत्न किस उंगली में धारण करना चाहिए इसके विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी, तो मित्रों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों यह जानकारी पसन्द आई होगी. पन्ना रत्न कौन से हाथ की उंगली में पहनना चाहिए?पन्ना हरे रंग का होता है। इसे कनिष्ठा यानी छोटी उंगली में धारण करना चाहिए।
पन्ना की अंगूठी कौन सी उंगली में पहने?पन्ना को सबसे छोटी उंगली में पहना जाता है.
पन्ना कौन से हाथ में धारण करना चाहिए?इस विधि से करें धारण
पन्ना को कम से कम 6 से सवा 7 रत्ती का धारण करना चाहिए। साथ ही पन्ना चांदी या सोने के धातु में पहना जा सकता है। पन्ना हाथ की सबसे छोटी ऊंगली (कनिष्ठा) में धारण किया जाता है। इसे सूर्योदय बुधवार के दिन सुबह लगभग 10 बजे तक धारण किया जा सकता है।
पन्ना कौन सी धातु में पहनना चाहिए?पन्ना बुध का रत्न है पन्ना जिसे सोने की धातु में पहनना शुभ माना जाता है। पन्ना रत्न धारण करने से बुध के शुभ फल प्राप्त होते हैं और आंखों की रोशनी भी तेज होती है।
|